यूं ही बंदिशें रहीं तो 15-20 दिन में काफी घट जाएंगे कोरोना के मामले : विशेषज्ञ

यूं ही बंदिशें रहीं तो 15-20 दिन में काफी घट जाएंगे कोरोना के मामले : विशेषज्ञ

शिमला
आईजीएमसी शिमला के पूर्व प्राचार्य और इसी अस्पताल में मेडिसन विभागाध्यक्ष रहे डॉ. एलएस पाल ने कहा कि अगर बंदिशें लगी रहीं तो कोरोना के मामले 15-20 दिन में काफी घट जाएंगे। डॉ. पाल ने बताया कि बहुत से लोगों को खांसी नहीं है, लक्षण भी नहीं हैं, मगर वे पॉजिटिव हैं। ऐसे कई लोगों को खुद के पॉजिटिव होने का पता नहीं होता है। वे अनजाने में कई लोगों को संक्रमित कर जाते हैं। ऐसे सारे लोग अपने घरों में रुकेंगे।

भीड़भाड़ वाले इलाकों में नहीं जाएंगे तो इससे चेन स्वाभाविक रूप से टूटेगी। वायरस एक व्यक्ति से दूसरे में नहीं फैल पाएगा। उन्होंने सरकार के कोरोना कर्फ्यू लगाने के फैसले को उचित ठहराया। कहा कि इससे कम लोग संक्रमितों के संपर्क में आएंगे तो स्वाभाविक रूप से नए संक्रमित भी कम होंगे। इससे कोरोना की चेन टूटेगी। यानी, कोरोना वायरस एक से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैल सकेगा। लोग अनावश्यक रूप से बाहर नहीं जाएंगे।

पांच-सात दिन तक भी इसी तरह की बंदिशें रहेंगी तो उसका भी असर पड़ेगा। 10 दिनों तक इस तरह से आवाजाही पर रोक रहेगी तो स्वाभाविक रूप से इसका असर पड़ेगा। कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन बहुत ज्यादा घातक है। यह सीधे फेफड़ों पर हमला बोल रहा है। इससे ऑक्सीजन की कमी हो रही है। लोगों को समय पर यही सुनिश्चित करना होगा कि उनमें ऑक्सीजन की कमी न हो। ऑक्सीजन का स्तर गिरने, कन्फ्यूजन रहने, हाईग्रेड फीवर आदि जैसे लक्षणों की स्थिति में तत्काल अस्पताल में दाखिल होने की जरूरत है। डॉ. एलएस पाल के नेतृत्व की टीम ने ही करीब डेढ़ दशक पहले हिमाचल में रहस्यमय बुखार के स्क्रब टायफस होने की खोज की थी। 

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